भोपाल। सपा से छतरपुर के बिजावर से विधायक राजेश शुक्ला ने कहा है कि कांग्रेस में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के मुकाबले कोई दूसरा प्रदेश अध्यक्ष बनने के काबिल नही है। कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के लिए चल रही जद्दोजहद के बीच इस बयान को अहम माना जा रहा है। क्योंकि यह पहला मामला है जबकि अल्पमत सरकार के सहयोगी दल में शामिल किसी विधायक ने सीधे तौर पर अपनी पसंद सार्वजनिक की है।
बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अजय सिंह के आवास में जुटे करीब 25 कांग्रेसी विधायकों के साथ हुई बैठक में न केवल यह शामिल हुए, बल्कि खुलकर अजय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का समर्थन भी किया। वह मीडिया से यह कहने में भी नही चूके कि इनके मुकाबले कांग्रेस में दूसरा कोई भी काबिल नही है, जो कांग्रेस से दूर हो रहे कार्यकर्ताओं को संभाल सके। बताया जाता है कि जुटे विधायको ने अपनी भावनाओं से अजय सिंह राहुल को अवगत कराते हुये राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने मजबूत दावेदारी रखने का अनुरोध भी किया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस की मजबूती का हवाला देते हुए समर्थक अजय सिंह को मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त बता रहे है। यही कारण है की बुधवार को आलोक चतुर्वेदी, नीलांशु चतुर्वेदी, केपी सिंह कक्का जू, देवेंद्र पटेल, सुनीता पटेल, कलावती भूरिया, फुन्देलाल सिंह मार्को, विशाल पटेल और मनोज चावला, झूमा सोलंकी, पंचीलाल मीणा, विनय सक्सेना, गोपाल सिंह चौहान और विक्रम सिंह नातीराजा सहित अन्य विधायक निवास पर न केवल जुटे, बल्कि जनभावनाओं से भी अवगत कराया है।
अजय सिंह ने भले ही दावेदारी से खुद को दूर बताया है, लेकिन कांग्रेस का ही एक वर्ग अब बंगले पर हुई चर्चा के मायने निकालने में जुट गया है। पहला खुद की दावेदारी को लेकर है, तो दूसरा किसी धड़े के विरोध को लेकर है। जबकि कुछ इसे प्रेशर पॉलिटिक्स से जोड़कर देख रहे हैं। जबकि बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में अजय सिंह ने इस बात से इंकार किया कि वह इस पद की दौड़ में शामिल हैं। उनका स्पष्ट कहना था कि इस संबंध में अंतिम निर्णय का अधिकार कांग्रेस आलाकमान के पास सुरक्षित हैं।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ गोविंद सिंह के साथ अजय सिंह राहुल से बंद कमरे में चर्चा कर चुके हैं।
No comments:
Post a Comment