Tuesday 6 August 2019

कांग्रेस में अंतर्विरोध जारी, अब ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने भी किया अनुच्‍छेद-370 हटाने का समर्थन !!

जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद-370 हटाकर सूबे को दो केंद्रशासित राज्‍यों में बांटने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस की ओर से दीपेंद्र हुड्डा, मिलिंद देवड़ा, जनार्दन द्विवेदी समेत कई नेताओं ने समर्थन किया है. हालांकि, राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेतृत्‍व ने इसका विरोध किया है.



जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने और सूबे के पुनर्गठन को लेकर कांग्रेस दो-फाड़ हो गई है. राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेतृत्व ने मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है. इसके बावजूद कांग्रेस के कई युवा और वरिष्‍ठ नेताओं ने सरकार के फैसले को सही ठहराया है‌. राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का भारत में पूर्ण विलय करार दिया है.
लंबी हो रही है समर्थन करने वाले कांग्रेसी नेताओं की सूची

ऐसे कांग्रेसी नेताओं की सूची लंबी होती जा रही है जो मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं. ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया से पहले कांग्रेस की ओर से हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा , महाराष्ट्र के मिलिंद देवड़ा , वरिष्‍ठ नेता जनार्दन द्विवेदी समेत कई नेताओं ने अनुच्छेद-370 हटाने का समर्थन किया है. वहीं, असम से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्‍य भुबनेश्वर कलिता ने पार्टी के रुख से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है.

कांग्रेस संसद में कर रही थी विरोध, सिंधिया ने किया ट्वीट
कांग्रेस लोकसभा में जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद-370 हटाकर सूबे के पुनर्गठन के विधेयक का विरोध कर रही थी. ठीक उसी समय कांग्रेस नेता और पार्टी में अध्‍यक्ष पद के दावेदार माने जाते रहे ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने फैसले के पक्ष में ट्वीट कर दिया. उन्‍होंने लिखा कि मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भारत में पूर्ण विलय के कदम का समर्थन करता हूं. हालांकि यह भी कहा कि सांविधनिक प्रक्रिया पूरी की जाती तो कोई सवाल नहीं उठता. फिर भी यह फैसला देश के हित में है और मैं इसका समर्थन करता हूं.

राहुल गांधी ने विरोध में कहा, फैसला संविधान का उल्‍लंघन

अनुच्छेद-370 हटाने का कांग्रेस नेतृत्व ने विरोध किया है‌. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को एकतरफा फैसले के चलते टुकड़ों में बांटा गया है. यह संविधान का उल्लंघन है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने भी कहा कि अनुच्‍छेद-370 हटाने के फैसले के साथ ही देश ने पुरानी गलती सुधार ली है. वहीं, दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 21वीं सदी में अनुच्छेद-370 का कोई मतलब नहीं है. इसे हटाया ही जाना चाहिए था.
देवड़ा ने कहा, वैचारिक मतभेद किनारे कर सोचें सभी दल
राहुल गांधी  के करीबी मिलिंद देवड़ा ने भी फैसले का समर्थन किया है. मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट कर कहा कि दुर्भाग्य से अनुच्‍छेद-370 के मसले को अलग-अलग तरह की बहस में उलझाया जा रहा है. सभी राजनीतिक दलों को अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे कर भारत की संप्रभुता, कश्मीर में शांति, युवाओं को रोजगार और कश्मीरी पंडितों के लिए न्याय के लिहाज से सोचना चाहिए.


सीधी CHRONICLE 

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